तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वारे देश पर शरी तूफानों से लड़कर आते , पत्थर के प्रहार भी सहते नमन भारत के लाल को जो वार...
मैं मना करती हूं लेकिन तुम पास आते क्यों नहीं हो । मैं मना करती हूं लेकिन तुम पास आते क्यों नहीं हो ।
दूरियां-- पास लाएंगीं एक दिन, ऐसा सोचा न था।। दूरियां-- पास लाएंगीं एक दिन, ऐसा सोचा न था।।
समझ समझ की बात है, क्या समझूं क्या न समझूं। समझ समझ की बात है, क्या समझूं क्या न समझूं।
माँ बताओ ना, तेरी ही तो जाई हूँ वही चौखट वही द्वार, पीहर में फिर भी मैं पराई हूँ। माँ बताओ ना, तेरी ही तो जाई हूँ वही चौखट वही द्वार, पीहर में फिर भी मैं...